***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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९७/१२४ - ईश्वरीय नियम है कि श्री भगवान् की उपासना के पश्चात मनुष्य जिस इच्छा की पूर्ति के लिए प्रार्थना करता है वह अवश्य स्वीकृत होती है । इसलिए मनुष्य को बहुत सावधान होकर की ऐसी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए जो जन्म मरण के चक्कर में न डालकर सच्चे सुख और निरंतर आनंद के देने वाली हों ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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