***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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१२०/१२४ - जो मनुष्य सदाचारी तथा पुण्यात्मा बनना चाहता हो उसे अपने जीवन का अमूल्य समय नष्ट नहीं करना चाहिए । जो भक्ष्याभक्ष्य अथवा संगद्वेष के कारण आलस्य में पड़कर अपने समय को नष्ट करते हैं वे अपने जीवन के ध्येय को नष्ट करते हैं । खाली समय खोने से बढ़कर मनुष्य का अनर्थ करने वाला और कोई शत्रु नहीं है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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