***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
११९/१२४ - मनुष्य पर कितनी ही विपत्ति आवे तो भी उसे धैर्य नहीं छोड़ना चाहिए । आपत्ति के समय में हार्दिक प्रार्थना, गीता पाठ और तुलसीकृत रामायण से बड़ी सहायता मिलती है । इससे श्री भगवान् पर विश्वास होकर कठिन समय को सहन करने की शक्ति प्राप्त होती है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
No comments:
Post a Comment