***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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११२/१२४ - संध्या बंदन,गायत्री जाप, अथवा महामंत्र के जाप व तर्पण नित्य करने से बुद्धि सबल और सात्विक होती है । सब पाप जो काम, क्रोध, मोह , लोभ, दम्भ, अहंकार, कपट, लम्पट, छल , छिद्र से उत्पन्न होते हैं वे नाश हो जाते हैं और श्री भगवान् की सच्ची भक्ति प्राप्त होती है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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