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Wednesday, 2 November 2016

(भाग ९३/१२४) - "कर्त्तव्य पालन अवं सदाचार"

🌻🌻🌻🌻🌻
🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*-🌷-🌷-🌷-*


९३/१२४ केवल उच्च पदों पर काम करने तथा धनवान होने से कुल उत्तम नहीं कहा जा सकता । वंश, कुल एवं खानदान वही उत्तम और जगत पूज्य है जिसमे श्री भगवान् की भक्ति की वृद्धि होकर निःसहाय और दुखी प्राणियों की भाव और प्रेम सहित निरंतर सेवा होती रहे । 
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई । 

🌻*🌷*पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
🌻🌻🌻 ॐ शांति शांति शांति।🌻🌻🌻
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