***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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११३/१२४ - अपने या अपने से श्रेष्ठ वर्ण के वृद्ध मनुष्यों को सामने आते देखकर उनको भाव और प्रेम सहित प्रणाम करना चाहिए । उन्हें बैठने के लिए आदरपूर्वक आसन देना चाहिए । शील और नम्रता के साथ उनसे बातचीत करनी चाहिए । जब वे चलने लगें तो आदर के साथ उनसे बातचीत करनी चाहिए । जब वे चलने लगें तो आदर के साथ उनको कुछ दूर तक पहुंचा देना चाहिए । रास्ते में यदि भेंट हो और उनके साथ चलना पड़े तो उनकी प्रतिष्ठा रखते हुए उनके पीछे चलना चाहिए ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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