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Saturday, 19 November 2016

(भाग ११०/१२४) - "कर्त्तव्य पालन अवं सदाचार"

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
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१०/१२४ - पूर्व और दक्षिण की ओर सर करके सोने से शररेरिक और मानसिक व्यथाएँ दूर होती हैं । पश्चिम और उत्तर की ओर सिर करके सोने से मष्तिष्क शक्ति ख़त्म होकर सिर के व मानसिक और शारीरिक रोग उत्पन्न होते हैं । इसी प्रकार पूर्व और उत्तर की ओर मुंह करके बैठकर पूजा, पाठ, ध्यान, धारणा आदि देव-कार्य करने से आत्मोन्नति तथा श्री भगवान् की भक्ति में वृद्धि होती है ।

- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई । 

🌻*🌷*पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
🌻🌻🌻 ॐ शांति शांति शांति।🌻🌻🌻
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