***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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१११/१२४ - प्रणाम करने की भारतीय प्रथा दोनों हाथ जोड़ना और वयोवृद्ध तथा पूजनीय की भाव और प्रेम सहित पैर चूना है । सिर को एक हाथ लगाकर सलाम करने की भांति प्रणाम करने की पद्धति असभ्य, तिरस्कार तथा अमंगल मय है । बच्चों को भारतीय प्रथा के अनुसार प्रणाम करने का अभ्यास कराते रहने से जीवनप्रयत्न वे सदाचारी तथा सर्वपरी होते हैं ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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