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Thursday, 27 April 2017

सदाचार के मार्ग पर चलते हुए प्रत्येक साधक को स्वयम का समय समय पर आत्म निरीक्षण करते रहना चाहिए

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
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परम् पूज्य पापाजी ने सत्संग के दौरान बताया कि–

"परम् पूज्य गुरुदेव द्वारा बताये गए सदाचार के मार्ग पर चलते हुए प्रत्येक साधक को स्वयम का समय समय पर आत्म निरीक्षण करते रहना चाहिए।साधक को नियमपूर्वक एकांत में बैठकर कुछ क्षण आत्म निरीक्षण के लिये देना चाहिए।दैनिक जीवन में किस प्रकार के विचार आये,पूजा में क्या हालत रही।दिन भर क्या गलतिया हुई तथा अपने कर्तव्य का दायित्व किस सीमा तक पालन किया ? दिन भर की पूरी स्थिति की समीक्षा करनी है।जो गलतिया हुई हो उनके लिए प्रायश्चित करना एवम् अपने इष्टदेव से प्रार्थना करना कि वे क्षमा प्रदान करने की कृपा करे एवम् निगरानी रखे कि वह गलतियां दुबारा न हो और स्वयम भी पूरी ईमानदारी से प्रयत्न करना चाहिए कि फिर से कोई गलती न हो।

आत्म निरीक्षण से आत्म शुद्धि का बीज मन्त्र प्राप्त होता है और निरन्तर अभ्यास करते करते वह मन को शुद्ध कर लेता है।"
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻

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