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Thursday, 2 February 2017

परम् पूज्य गुरुमहाराज के चरण कमलो की रज कोमल और सुंदर नयनामृत अंजन है जो नेत्रो के दोषो का नाश करने वाली है

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🌻🌻🌻🌻*~ॐ~*🌻🌻🌻🌻
🌻🌻🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻🌻🌻
🌻"गुरु पद रज मृदु मन्जुल अंजन।🌻
🌻 नयन अमिय दृग दोष विभंजन।।🌻
🌻*-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-*🌻



परम् पूज्य गुरुमहाराज के चरण कमलो की रज कोमल और सुंदर नयनामृत अंजन है जो नेत्रो के दोषो का नाश करने वाली है।अर्थात उस अंजन से विवेकरूपी नेत्रो को निर्मल कर संसार रूपी बन्धन से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है।


🌻" परम् पूज्य पापाजी ने कहा कि-"सन्तों के जीवन चरित सद्गुणों का भण्डार होते है जिनसे प्रेरणा लेकर हम सब जीवन के वास्तविक मूल्यों को समझकर स्वयम में सुधार कर सकते है।अतः हमे निरन्तर परम पूज्य गुरुदेव के अमृत वचनो को उनके उपदेश को मनन एवम् चिंतन करते हुए आत्मसात करने के लिए प्रयत्नशील रहना होगा।"🌻
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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