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Tuesday, 23 May 2017

भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने कर्मयोगियों के जो लक्षण बताये है पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज उसका जीता जागता स्वरूप है

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
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🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के बारे में बताते हुए पूज्य पापाजी कहते थे कि –

🌻""भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने कर्मयोगियों के जो लक्षण बताये है पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज उसका जीता जागता स्वरूप है।गृहस्थ आश्रम में रहते हुए एक गृहस्थ के सभी कर्तव्यों का पालन करते हुए उनका जीवन कमल के पत्ते के समान निर्लिप्त था।वह सर्वशक्तिमान होते हुए भी कभी चमत्कार दिखाने में विश्वास नही करते थे,परन्तु अपने भक्तो के कष्टो को दूर करने के लिए वे चमत्कार की हर सीमा पार कर जाते थे किन्तु उसका श्रेय किसी अन्य को दे दिया करते थे।दयालु एवम् कृपालु स्वभाव वाले पूज्य गुरुदेव अपनी कृपा से सदैव सबके कल्याण में लगे रहते।" 
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🌻"ऐसे दयालु एवम् कृपालु गुरु महाराज से हम सब प्रार्थना करते है कि आप हमारा हर तरह से सुधार करने की कृपा करे,-

🌻🌻🌻"मोर सुधारहु सो सब भांति,
जासु कृपा नहि कृपा अघाती।🌻🌻🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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