परम् पूज्य पापाजी ने सत्संग के दौरान बताया कि–
🌻"मानव जीवन में सद्गुरु का विशेष महत्व है ,उनके सानिध्य एवम् सम्पर्क में आने से जीवन की प्रत्येक गुत्थिया सुलझने लगती है।हम जो जीवन के लक्ष्य को भौतिकता तक ही सीमित रखे हुए थे,वे हमे जीवन के वास्तविक लक्ष्य से रूबरू कराते है। हमारे मानस पटल से अज्ञानता की परते एक एक करके हटाते हुए हमे वास्तविक जीवन लक्ष्य की ओर उन्मुख करते है।
🌻"सभी धर्मो,सम्प्रदायो,ऋषि,मुनियो ने सद्गुरु की प्राप्ति को ही ब्रह्म की प्राप्ति एवम् उसका साधन बताया है।रामायण में श्री रामजी ने गुरु की महत्ता को सर्वश्रेष्ठ कहा है।श्रीमद्भगवद्गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा है कि सन्त व् सद्गुरु मेरे ही रूप है।चैतन्य रूप सद्गुरु की साक्षात् सेवा के फलस्वरूप उनकी कृपा से क्षणमात्र में ही जीवन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।"
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