🌻"परम् पूज्य पापाजी ने सत्संग के दौरान बताया कि–
🌻"अध्यात्म मार्ग एक ऐसा मार्ग है जो प्रत्येक साधक के विचारो एवम् भावनाओ को पवित्रता एवम् परिमार्जन की ओर अग्रसरित करता है।सबमे एक ही महाज्योति रूप परमात्म चेतना का प्रकाश है।आवश्यकता है स्वयम को उस परमात्म स्वरूप की झलक दिखाने के लिए अग्रसरित करने की।इस मार्ग की विशेषता है कि इस मार्ग पर आगे चलकर सब एक हो जाते है।अतः यदि हम किसी एक को गुरु मानकर उन पर पूर्ण समर्पित भाव से उनके हो जाते है तो उनके गुरु और उनसे सम्बंधित इस मार्ग के सभी सन्तों की कृपा हमारे ऊपर स्वतः बरसने लगती है।अंततः सभी कड़िया ऊपर जाकर तो एक ही परमसत्ता में विलीन हो जाती है।अतः थोड़े से प्रयास और लगन से जब हम इश्वरोन्मुख होते है तो हमारे करोड़ो जन्मों के पापो का नाश हो जाता है और हम इस संसार के आवागमन से मुक्त हो सकते है।"
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