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Monday, 24 July 2017

जब साधक की स्थिति में प्रगति होने लगती है तब उसके अंदर अहंकार पनपने लगता है

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*-🌷-🌷-🌷-*🌻
🌻"परम् पूज्य पापाजी ने बताया कि-
🌻" पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज कहते थे कि जब साधक की स्थिति में प्रगति होने लगती है तब उसके अंदर अहंकार पनपने लगता है।इससे बचने के लिए पूज्य चच्चा जी महाराज ने आत्म निरीक्षण का मार्ग बताया है।
प्रतिदिन आत्म अवलोकन करना चाहिए जिससे साधक के अंदर कुप्रवृत्तिया प्रवेश न कर सके।
श्रद्धा विश्वास एवम् समर्पण आध्यात्मिकता के शिखर पर पहुँचने के विभिन्न सोपान है।अपने गुरुदेव में अटूट निष्ठा एवम् पूर्ण समर्पण साधक के लिए आध्यात्मिकता के शिखर तक पहुँचने के सभी द्वार खोल देती है ।
साधना की निरन्तरता एवम् गुरुदेव में अडिग आस्था इस जगत की वह पूंजी है जिसके माध्यम से साधक आध्यात्मिक मार्ग पर बढ़ता चला जाता है।"
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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