पूज्य गुरुदेव ने सम्पूर्ण आध्यात्मिकता की नीव कर्तव्य पालन एवम् सदाचार पर रखी है
🌻🌻🌻🌻🌻🌻 🌻***~ॐ~***🌻 🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻 🌻*-🌷-🌷-🌷-* 🌻 परम पूज्य पापाजी ने पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी द्वारा बताये गए अध्यात्म के अत्यंत सहज एवम् सुगम मार्ग के बारे में बताते हुए कहा कि- 🌻"पूज्य गुरुदेव ने सम्पूर्ण आध्यात्मिकता की नीव कर्तव्य पालन एवम् सदाचार पर रखी।पूज्य गुरुदेव कहा करते थे भाव प्रेम से श्री भगवान/गुरुदेव के स्मरण से सदाचार की प्राप्ति होकर यथार्थ कर्तव्य पालन करने की शक्ति प्राप्त होती है।अतः साधक को चाहिए अपना आत्म निरीक्षण करे और सदाचार को अपने जीवन में उतारे।चाहे कैसी भी परिस्थिति हो सदाचार के मार्ग से विचलित न हो।यदि हम पूज्य गुरुदेव के वचनो का पालन करते रहे तो सदाचार हमारे व्यवहार में स्वतः आ जायेगा।साधको को मन के नियन्त्रण में कठिनाई होती है किन्तु जब सदाचार एवम् कर्तव्य पालन साधक के अंदर इतना समा जाये की वह स्वतः होने लगे तो मन गुरुदेव की कृपा से नियंत्रित होने लगेगा।"🌻 🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻
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