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Monday, 23 January 2017

श्री चच्चा जी महाराज के अनन्य भक्त श्री ऋषि खरे जी (भाई साहब) के भजन की चन्द पंक्तिया–

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*-🌷-🌷-🌷-* 
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परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के अनन्य भक्त, जिनकी पूज्य पापाजी में भी आस्था है, श्री ऋषि खरे जी (भाई साहब) बड़े समर्पित भाव से परम् पूज्य गुरुदेव के ध्यान में स्थित होकर एक भजन गाया करते है, जिनमे वे गुरुदेव का अभिनन्दन करते हुए उनके श्री चरणों में बारम्बार उनकी वन्दना करते है। प्रस्तुत है उस भजन की चन्द पंक्तिया–

🌻"गुरु के चरणों का अभिनन्दन,
प्रभु के चरणों का अभिनन्दन।
करूँ मै बार बार वन्दन,
करूँ मै बार बार वन्दन।।
जिन्हें सुर नर मुनि ध्याते हैं ,
किन्तु वे पार न पाते हैं ।
ज्योति अनुपम है उस छवि की ,
ध्यान का मार्ग लखाते हैं ।
उन्हीं का शत शत अभिनंदन ,
करूँ मैं बार बार वन्दन ।
गुरु के चरणों का अभिनंदन,
करूँ में बार बार वन्दन ।। 
परम् पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में हम सबका बारम्बार प्रणाम।


🌻,बंदउ गुरु पद बारम्बारा,
जासु कृपा छूटहि दुःख सारा।।
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव् सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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