परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के रूप में एक ऐसे सन्त का अवतरण हुआ जिन्होंने न केवल अपने व्यवहार एवम् आचरण से समाज को एक नई दिशा दी
🌻🌻🌻🌻🌻🌻 🌻***~ॐ~***🌻 🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻 🌻*-🌷-🌷-🌷-* 🌻 परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के बारे में बताते हुए पूज्य पापाजी ने सत्संग के दौरान बताया कि- 🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के रूप में एक ऐसे सन्त का अवतरण हुआ जिन्होंने न केवल अपने व्यवहार एवम् आचरण से समाज को एक नई दिशा दी,बल्कि जीवन के वास्तविक लक्ष्य की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया।जिससे लोग गृहस्थ जीवन में रहते हुए सहज रूप में आध्यात्मिक उन्नति करते रहे।कर्तव्य पालन और सदाचार को अध्यात्म की आधारशिला बनाते हुए प्रत्येक साधक को भक्ति एवम् प्रेम के साथ साधना करनी है।बड़ी सावधानी एवम् धैर्य के साथ अपने अंदर से एक एक बुराइयो को निकालते हुए इस मार्ग पर आगे बढ़ना है।सांसारिक मायामोह के बन्धनों में उलझकर जो लोग अपने जीवन के वास्तविक लक्ष्य से भटक गए थे,पूज्य गुरुदेव ने उन भटके हुए लोगो के मार्गदर्शन के लिए ही यह शरीर धारण किया।सन्त एवम् महापुरुष बन्धनमुक्त तथा सर्वव्यापी होते है।उन्हें भाव प्रेम के साथ पूर्ण श्रद्धा ,निष्ठा एवम् समर्पण की भावना से प्रेरित होकर जिस समय भी दिल की गहराइयो से याद किया जायेगा उसी समय वे उपस्थित होकर साधक का कल्याण करेंगे।जैसा कि कहा गया है- 🌻🌻🌻"हरि व्यापक सर्वत्र समाना, प्रेम से प्रगट होहि मै जाना।🌻🌻🌻 🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻
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