परम् पूज्य गुरुदेव के चरण कमलो की वन्दना करते है जो सुरुचि,सुगन्ध एवम् अनुराग रूपी रस से पूर्ण है।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 🌻🌻🌻🌻*~ॐ~*🌻🌻🌻🌻 🌻🌻🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻🌻🌻 🌻🌻*बंदउ गुरु पद पदम् परागा।🌻🌻 🌻🌻सुरुचि सुवास सरस अनुरागा।।🌻🌻 🌻🌻*-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-🌷-*🌻 🌻"परम् पूज्य गुरुदेव के चरण कमलो की वन्दना करते है जो सुरुचि,सुगन्ध एवम् अनुराग रूपी रस से पूर्ण है।🌻 🌻"परम् पूज्य गुरुदेव ने अपने अमृत वचनो में कहा है कि -"निष्काम प्रेम भाव के,बिना किसी पक्षपात तथा भेदभाव के प्रत्येक प्राणी की सेवा करना साक्षात् ईश्वर की सेवा करना है।"🌻 🌷परम् पूज्य गुरुदेव से प्रार्थना है कि वे हम सभी को इतनी शक्ति एवम् सामर्थ्य प्रदान करे कि हम बिना भेदभाव के सबकी ईश्वरीय रूप में सेवा करने में समर्थ हो सके जो कि उनकी कृपा के बिना सम्भव नही है।🌷 🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
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