🌻"सत पंच चौपाई"
🌻 के अयोध्याकाण्ड की अगली प्रस्तुति–
🌻"राउरि रीति सुबानि बड़ाई,
जगत बिदित निगमागम गाई।
को साहिब सेवकहि नवाजी,
आप समाज साज सब साजी।
🌻(भरत जी कहते है )"हे नाथ!आपकी रीति और सुंदर स्वभाव की बड़ाई जगत में प्रसिद्ध है,और वेद शास्त्रो ने गायी है।ऐसा सेवक पर कृपा करनेवाला स्वामी कौन है जो स्वयम ही सेवक का सारा साज समान सजा दें (उसकी सारी आवश्यकताओ को पूर्ण कर दे।)"
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🌻"परम् पूज्य पापाजी ने अपने परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के बारे में बताते हुए कहा कि "परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के आदर्श श्री रामचन्द्र जी थे,उनके गुरुदेव श्री रामचन्द्र जी (श्री लालाजी)महाराज थे।अपने गुरुदेव के ध्यान में स्थित रहते हुए पूज्य चच्चा जी महाराज ने भगवान राम के जीवन चरित को पूरी तरह आत्मसात किया था।उन्ही की भांति वे शरणागतों के दोषो को कभी हृदय में नही लाते और उनके लिए सब कुछ करते हुए भी उसका श्रेय दूसरो को दे देते थे ।"
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