***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
६५/१२४ - कंगाल होने से भलमनसाहत जाती नहीं और धनवान होने से भलमनसाहत आती नहीं । भलमनसाहत केवल सदाचार में है इसलिए सदाचार की प्राप्ति के लिए नित्य प्रति निश्चित समय पर श्री भगवान् की उपासना करते रहने ही में भलमनसाहत है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *
No comments:
Post a Comment