***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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८५/१२४ - प्रत्येक मनुष्य को अपने ह्रदय में यह भली भांति अंकित कर लेना चाहिए कि प्रार्थना का मुख्या उद्देश्य पवित्र जीवन व्यतीत करना और श्री भगवान् को प्राप्त करना है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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