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Monday, 3 October 2016

(भाग ६३/१२४) - "कर्त्तव्य पालन अवं सदाचार"


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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*-🌷-🌷-🌷-*


६३/१२४ जब  तक मनुष्य जिए तब तक उसे भवसागर से पर होने के लिए श्री भगवान् की प्राप्ति के हेतु किसी न किसी प्रकार का अभ्यास तथा साधन अवश्य करते रहना चाहिए, क्योंकि जीवन की प्रत्येक श्वांस अमूल्य है । जब देह भस्म  तो पश्चाताप का भी अवसर नहीं मिलता । 

- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई । 

🌻*🌷*पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
🌻🌻🌻 ॐ शांति शांति शांति।
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