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Monday, 17 October 2016

(भाग ७७/१२४) - "कर्त्तव्य पालन अवं सदाचार"


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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
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७७/१२४ श्री भगवान् की भक्ति ही सबसे श्रेष्ठ धर्म है और वही परमानन्द तथा पूर्ण शांति का स्थान है । अतएव प्रत्येक प्राणी का धर्म है कि वह श्री भगवान् की भक्ति की प्राप्ति के लिए नित्य प्रति किसी न किसी प्रकार का कोई एक आध्यात्मिक अभ्यास तथा जन साधारण की निःस्वार्थ सेवा करते रहने का साधन अवश्य ही करता रहे । 

- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई । 

🌻*🌷*पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
🌻🌻🌻 ॐ शांति शांति शांति।
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