🌻"परम् पूज्य पापाजी ने बताया कि –
🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज कहा करते थे कि -
🌻"संसार में दो तरह के लोग होते है,एक मनमत और दूसरे गुरुमत।मनमत वे होते है जिनसे किसी काम को कहा गया उसमे उन्होंने अपनी अक्ल लगाई कि इसमें फायदा है या नुकसान।असलियत में उनकी बुद्धि वहाँ तक नही पहुँच सकती है कि हमारे वास्ते क्या फायदा है।क्योकि जो आदमी कुछ करने को कहता है वह अच्छी तरह सोच कर उसके हित के वास्ते कहता है।
गुरुमत वह लोग है जो बात उनसे कही गयी वह उसको बिना विचारे करने लगते है।उनको इससे मतलब नही कि इसमें फायदा है या नुकसान।इन सबकी जिम्मेदारी बताने वाले पर होती है।वह लोग भलाई बुराई से अलग रहते है।
अंत में कहा कि हम सबको गुरुमत बनने की कोशिश करना चाहिए और यह जो अभ्यास किया जाता है वह इसी वास्ते किया जाता है कि शरीर की सफाई हो क्योकि बिना सफाई के ईश्वर नही मिलता।"
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