

















पूज्य पापाजी कहते थे कि गुरु में विश्वास का अर्थ पूर्ण समर्पण है।हमे सच्चे सद्गुरु मिले है वे हमारा अवश्य उद्धार करेंगे ।हमारे लिए जो शुभ और कल्याणकारी हो वही होगा चाहे देखने में वह प्रतिकूल हो ।
यह भी विश्वास रखना होगा कि परम् समर्थ सद्गुरु मेरे साथ है मेरा बाल भी बांका नही हो सकता।मुझे हर हाल में उनका संरक्षण प्राप्त है।
हमारी सम्पूर्ण पूजा पाठ ,इष्ट एवम् आराध्य हमारे गुरु ही है।उनमे रम जाना,लय हो जाना ही समर्पण है।"
यह भी विश्वास रखना होगा कि परम् समर्थ सद्गुरु मेरे साथ है मेरा बाल भी बांका नही हो सकता।मुझे हर हाल में उनका संरक्षण प्राप्त है।
हमारी सम्पूर्ण पूजा पाठ ,इष्ट एवम् आराध्य हमारे गुरु ही है।उनमे रम जाना,लय हो जाना ही समर्पण है।"


















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