Like on FB

Sunday, 15 April 2018

मान लीजिए आपने कोई गुरु कर लिया और आप उसके हो गए तो इसमें इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि कहीं ऐसा ना हो कि उसकी तरफ से हमारी श्रद्धा और विश्वास में कमी हो जावे

🌻🌻🌻🌻🌻🌻
🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*🌷*🌷*🌷*🌻
🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के 
🌻"दिव्य वचनो की श्रृंखला की –
🌻"अगली प्रस्तुति"🌻
🌻––––––––🌻
🌻"पूज्य चच्चा जी ने आगे कहा कि–
🌻"मान लीजिए आपने कोई गुरु कर लिया और आप उसके हो गए तो इसमें इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि कहीं ऐसा ना हो कि उसकी तरफ से हमारी श्रद्धा और विश्वास में कमी हो जावे ।
इसके वास्ते कहा कि लोगों को अव्वल तो यह कि गुरु को कोई चीज बनाकर ना माने बल्कि उसको भी एक जरूरी चीज के तौर पर माने।
जैसे कि हम लोगों को संसारिक काम के वास्ते धोबी मेहतर नाई पंडित की जरूरत पड़ती है।
उसी तरह से समझ लेना चाहिए कि ईश्वरीय मार्ग पर चलने के वास्ते गुरु की भी जरूरत है ।जब ईश्वरीय मार्ग बारे में कोई बात आवेगी तब हम उनसे इसके बारे में कंसल्ट करेंगे। 
अगर आप दुनियावी काम में उन से सलाह ले कर फल की इच्छा रखेंगे तो आपका अविश्वास का हो जाना एक मामूली सी बात हो जाएगी ।
क्योंकि इसको हम नहीं जानते कि दुनियावी काम के हो जाने से इसमें हमारी भलाई है या बुराई ।इसको तो वही खुद समझ सकते हैं और जब आपने फल की इच्छा रखते हुए उन से सलाह ली और वह काम जैसा आप ने सोचा था ना हुआ तो आपको उनकी तरफ से अविश्वास पैदा हो जाएगा ।
अविश्वास के बारे में कहा कि यह अविश्वास गुरु से ही नहीं बल्कि ईश्वर से हो गया। और जितने भी उस से कनेक्ट है उन सब से हो गया। इसका फल बुरा होता है।"🌻
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻

No comments:

Post a Comment