🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के बारे में बताते हुए पूज्य पापाजी कहते थे कि–
🌻 "पूज्य गुरुदेव सदैव अपने भक्तो के साथ रहते है जब भी उन पर कोई संकट आता है वे किसी न किसी रूप में उसकी रक्षा करने पहुँच जाते है।यदि कुछ ऐसे संस्कार है जिन्हें भोगना आवश्यक है तो वे वह संस्कार भी आसानी से कटवा देते है ,इस सम्बन्ध में पूज्य पापाजी द्वारा सुनाया गया एक संस्मरण प्रस्तुत है–
🌻"पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के एक भक्त दरोगा थे उनके द्वारा एक मुजरिम की मृत्यु हो गयी।यह निश्चित था कि उन्हें जेल हो जायेगी।वे चच्चा जी महाराज के पास आये और चरणों में गिरकर रोने लगे ।कहा की मुझे बचा लीजिये मुझे जेल न हो।जेल जाने के उनके प्रबल संस्कार थे।पूज्य गुरुदेव ने कहा कि तुम यहाँ ईटा गारा ढो।वे छः महीने तक ईटा गारा ढोते रहे।अंत में पूज्य गुरुदेव की कृपा से उनके जेल जाने के संस्कार बड़ी आसानी से कट गए और वे बरी हो गए।"
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🌻"पूज्य पापाजी ने आगे कहा कि--
🌻"अतः अपने गुरुदेव पर श्रद्धा विश्वास रखो।वे हर पल तुम्हारे साथ है।उनकी उपस्थिति का अनुभव करो।जब भी सच्चे मन से उन्हें याद किया जायेगा वे अवश्य आएँगे।ऐसा मेरा पूर्ण विश्वास है।"
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