***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
३३/१२४ - जहाँ औरतें रहती हों, उस जगह व्यर्थ ही ठहरना, घूमना, फिरना और बार बार आना जाना असभ्यता है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
No comments:
Post a Comment