***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
५९/१२४ - परिवार वालों से प्रेम करना ईश्वरीय प्रेम करने का सरल व सुगम साधन है । जिसने अपने परिवार वालों से प्रेम नहीं किया वह प्रेम प्राप्त कष्ट व दुखों का अनुभव न होने के कारण प्रेम के रहस्य से वंचित रहता है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *
No comments:
Post a Comment