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Friday, 10 November 2017

अध्यात्म मार्ग एक ऐसा मार्ग है जो प्रत्येक साधक के विचारो एवम् भावनाओ को पवित्रता एवम् परिमार्जन की ओर अग्रसरित करता है।

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः🌻
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🌻"परम् पूज्य पापाजी ने सत्संग के दौरान बताया कि–
🌻"अध्यात्म मार्ग एक ऐसा मार्ग है जो प्रत्येक साधक के विचारो एवम् भावनाओ को पवित्रता एवम् परिमार्जन की ओर अग्रसरित करता है।सबमे एक ही महाज्योति रूप परमात्म चेतना का प्रकाश है।आवश्यकता है स्वयम को उस परमात्म स्वरूप की झलक दिखाने के लिए प्रेरित करने की। 

इस मार्ग की विशेषता है कि इस मार्ग पर आगे चलकर सब एक हो जाते है।

अतः यदि हम किसी एक को गुरु मानकर उन पर पूर्ण समर्पित भाव से उनके हो जाते है तो उनके गुरु और उनसे सम्बंधित इस मार्ग के सभी सन्तों की कृपा हमारे ऊपर स्वतः बरसने लगती है।अंततः सभी कड़िया ऊपर जाकर तो एक ही परमसत्ता में विलीन हो जाती है।
अतः थोड़े से प्रयास और लगन से जब हम इश्वरोन्मुख होते है तो हमारे करोड़ो जन्मों के पापो का नाश हो जाता है और हम इस संसार के आवागमन से मुक्त हो सकते है –
🌻"सन्मुख होहि जीव मोहि जबही,
जन्म कोटि अघ नासहिं तबही।"🌻
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव् सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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