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Friday, 1 September 2017

हर आदमी को जो सत्संग में शामिल है और अभ्यास करता है कम से कम अपनी हालत पर गौर करना चाहिए कि हममे कौन कौन से नुक्स मौजूद है

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
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🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज ने अपने अमृत वचनो में कहा है कि--

🌻"हर आदमी को जो सत्संग में शामिल है और अभ्यास करता है कम से कम अपनी हालत पर गौर करना चाहिए कि हममे कौन कौन से नुक्स मौजूद है।और जो जो नुक्स हो उनको समय मिलने पर दूर करने की कोशिश किया करे।
कुछ लोगो को अपने नुक्स याद रहते है और कुछ लोगो को नही याद रहते।जिन्हें याद रहते है वह तो उन्हें दूर करने की कोशिश किया करते है।पर जिन्हें याद नही रहते वे डॉयरी लिखा करे,इससे यह फायदा होगा कि उनको अपनी बुराइयो(नुक्स) की याद बनी रहेगी और वे उसको दूर करने की कोशिश करेंगे।मगर इसके साथ यह भी जरूरी है की इस बात की लगन भी हो कि हमे अपने अंदर व्याप्त बुराइयो को दूर करना है।अगर लगन है तो हो नही सकता कि कुल बुराइया दूर न हो।यह हो सकता है इसमें वक्त लगे अगर बुराइया दूर होने का लग्गा लग गया तो एक वक्त ऐसा भी आएगा जब सब बुराइया दूर हो जाएंगी।"🌻
🌻*🌷पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻(क्रमशः)🌻🌻🌻🌻🌻

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