***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
२१/१२४ - लोभी किसी के साथ नेकी नहीं लार सकता। वह दूसरों के साथ इतना निर्दयी नहीं होता जितना की स्वयं अपने साथ ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
No comments:
Post a Comment