***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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१०/१२४- सारा जीवन सिर्फ धनोपार्जन और धनसंचय में ही लगा रहने से मनुष्य अपनी आत्मशक्ति को नष्ट करके आत्महत्या करने वालों की गति को प्राप्त होता है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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