***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
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जिससे पूज्य गुरुदेव के भक्त एवम् जिज्ञासु लोग उनके जीवन चरित के साथ साथ उनकी आध्यात्मिक कार्य प्रणाली के बारे में जान सके और लाभान्वित हो सके।
१/१२४ व्यवहार में सत्य और प्रिय शब्दों का प्रयोग करने के लिए किसी मंत्र, जाप ध्यान अथवा किसी अभ्यास का साधन प्रतिदिन नियत समय पर निश्चित समय तक करना अवश्यक है ।
घर की प्रत्येक वस्तु को साफ़ व सुथरी तथा ठीक - ठीक स्थान पर रखना चाहिए और सब घरवालों को ऐसा ही करने ले लिए प्रेम भाव से आदेश करते रहना चाहिए ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।
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