***~ॐ~***
*श्री गुरुवे नमः*
*- - - -*
३०/१२४ - चलते समय अपनी दृष्टि नीची रखना चाहिए और यथासंभव उसे अपने लक्ष्य पर रखने का अभ्यास करते रहना चाहिए । इधर उधर चंचल दृष्टि रखकर चलना असभ्यता का लक्षण है ।
- समर्थ सद्गुरु श्री श्री भवानी शंकर जी महाराज (पूज्य चच्चा जी), उरई ।
ॐ शांति शांति शांति।
🌹🌹🌹🌹🌹 * *पूज्य गुरुदेव हम सब पर कृपा करे।