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Thursday, 15 March 2018

एक किस्सा फरमाया कि एक राजा मकरध्वज थे जो बहुत भक्त आदमी थे और साधू सन्तों की बड़ी सेवा किया करते थे उनकी रानी भी ऐसी थी। और उनके एक लड़का था

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🌻***~ॐ~***🌻
🌻*श्री गुरुवे नमः*🌻
🌻*🌷*🌷*🌷*🌻
🌻"परम् पूज्य गुरुदेव श्री चच्चा जी महाराज के 
🌻"दिव्य वचनो की श्रृंखला की –
🌻"अगली प्रस्तुति"🌻
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🌻"इसके बाद फरमाया कि हर शख्स को विश्वास रखना चाहिए।कही ऐसा न हो कि उसमे कमी आ जावे।
रामायण में भी श्री तुलसीदास जी ने कहा है–
🌻 "वट विश्वास अचल निज धर्मा"🌻
इस पर एक किस्सा फरमाया कि एक राजा मकरध्वज थे जो बहुत भक्त आदमी थे और साधू सन्तों की बड़ी सेवा किया करते थे उनकी रानी भी ऐसी थी। और उनके एक लड़का था। 
एक समय की बात है कि चार लुटेरो ने सोचा कि चलकर राजा के यहाँ चोरी करनी चाहिए। लिहाजा उन्होंने साधुओ का वेश धारण किया और महाराज के महलो में पहुँचे। जब राजा को पता चला कि कुछ साधू लोग आये है तो वह उनको अपने महल के अंदर ले गया और रानी समेत उनकी सेवा करने लगा। इस तरह से चार छः दिन बीत गए।"🌻
..........(क्रमशः)
🌻*🌷परम् पूज्य गुरुदेव सब पर कृपा करे।🌷*🌻
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